प्रधान मंत्री जन धन योजना
प्रधानमंत्री जन धन योजना
क्यों आवशकता पड़ी-
• जन गणना 2011 के अनुसार 59% लोगो के पास ही इस देश में, बैंक में खाते है|
• जिनमे से 50% खाते मनरेगा के तहत खुले वाले है|
• भारत को गाँव का देश कहा जाता है यहाँ 6 लाख से भी अधिक गाँव है परन्तु सिर्फ 46000 गाँव में ही बैंक की शाखा है |
• इससे गाँव के लोगो को साहुकारो और सूदखोरों से पैसा उधर लेना पढता है जिनसे उनका भारी शोषण होता है |
मुख्या बिंदु –
• यह Department of financial services के द्वारा चलाया जायेगा |
• इस योजना को 28 अगस्त 2014 को अधिकारिक रूप से विज्ञान भवन डेल्ही से शुरू किया गया |
• 1 वर्ष में 7.5 करोड़ खाते खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया |
• 10 जनवरी 2015 तक कुल 11.76 करोड़ खाते खोले जा चुके थे |
• नारा- “मेरा खाता भाग्य विधाता”
योजना
• भारत में वित्तीय समावेश के लक्ष्य को लेके सरकार द्वारा 1 और प्रयास किया गया इससे पूर्व भी कई योजनाये और कार्य सरकार कर चुकी है |
• इस योजना के तहत रिकॉर्ड 1.5 करोड़ खाते शुरू होते ही खोले गए |
लक्ष्य और लाभ –
• हर परिवार के कम से 2 खाते हो जिससे वे बचत कर ब्याज कमा सके|
• हर खाते पर रूपए कार्ड मिलेगा
• 1 लाख रूपए तक का दुर्घटना बीमा तथा 30,000 का जीवन भीमा भी इस खाते के साथ मिलेगा
• ओवर ड्राफ्ट की सुविधा 5000 रूपए तक होगी जो खाता खोले जाने से 6 महीने बाद लागु होगी|
• यह खाते 26 जनवरी 2015 तक खोले जाने थे |.